कविता : अभंग...
By bhagwatblog on कविता from https://bhagwatbalshetwar.blogspot.com
पंढरीच्या गावा| वैष्णवांचा मेळा|
भक्तीचा उमाळा| अपरिमित ||
सोहळा कीर्तनाचा| नामाचा गजर|
श्रद्धेचा महापूर| अखंडित||
पांडुरंग ध्यानी| पांडुरंग मनी|
नाम संकीर्तन| प्रवाही||
टाळांचा नाद| मृदुगांचा हुंकार|
विणेची झंकार| संगीतमय||
विटेवरी पांडुरंग| अठ्ठावीस युगं|
भक्तांची रांग| अविरत||
भक्तीचा उमाळा| अपरिमित ||
सोहळा कीर्तनाचा| नामाचा गजर|
श्रद्धेचा महापूर| अखंडित||
पांडुरंग ध्यानी| पांडुरंग मनी|
नाम संकीर्तन| प्रवाही||
टाळांचा नाद| मृदुगांचा हुंकार|
विणेची झंकार| संगीतमय||
विटेवरी पांडुरंग| अठ्ठावीस युगं|
भक्तांची रांग| अविरत||